
नई दिल्ली। अमेरिकी शुल्क में वृद्धि के कारण इस वर्ष समुद्री सामान, सोना, इलेक्ट्रिकल, और इलेक्ट्रॉनिक जैसे क्षेत्रों से अमेरिका को भारत के माल निर्यात में 5.76 अरब डॉलर की गिरावट आने के आसार हैं। आर्थिक शोध संस्थान ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनीशिएटिव (जीटीआरआई) ने ऐसा आकलन किया है। यह गिरावट भारत की प्रतिस्पर्धी स्थिति को नुकसान पहुंचाने के लिए भी जिम्मेदार हो सकती है। अमेरिका ने दवा सेमीकंडक्टर, और कुछ ऊर्जा वस्तुओं को छोड़कर भारतीय वस्तुओं पर नौ अप्रैल से 26 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की है। इससे 2025 में भारत से अमेरिका को होने वाले निर्यात में 5.76 अरब अमेरिकी डॉलर या 6.41 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। इससे प्रमुख उत्पाद समूहों में कमी की संभावना जताई गई है।
