
गुवाहाटी । असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार ने पिछले पांच वर्षों में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण की पहल की है और 200 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में वृक्षारोपण किया गया है, जो गुवाहाटी शहर के क्षेत्रफल से भी बड़ा है। मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि असम पर्यावरण संरक्षण में सफलता की कहानी लिख रहा है। पिछले पांच वर्षों में, हमने 200 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में वृक्षारोपण किया है – जो गुवाहाटी शहर जितना बड़ा है। मुख्यमंत्री ने पिछले चार वर्षों से भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने को प्राथमिकता दी है। मुख्यमंत्री शर्मा के अनुसार, 100 वर्ग किलोमीटर का वन क्षेत्र – जो चंडीगढ़ जितना बड़ा क्षेत्र है – अतिक्रमण से मुक्त कराया गया। हिमंत विश्व शर्मा के राज्य के मुख्यमंत्री बनने के बाद से राज्य प्रशासन ने कई अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाए हैं। विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री शर्मा ने अतिक्रमण का राजनीतिकरण किया है और अतिक्रमण विरोधी अभियानों में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया है। इससे पहले, पिछले वर्ष सितंबर में कामरूप जिले के सोनापुर क्षेत्र में नियमित अतिक्रमण विरोधी अभियान हिंसा में बदल गया था । स्थानीय पुलिस और निवासियों के बीच उस समय हिंसक झड़प हो गई जब पुलिस ने 100 बीघा भूमि पर अवैध रूप से बसी कॉलोनियों को हटाने का प्रयास किया, जहां लगभग 150 लोग रहते थे । इसके परिणामस्वरूप दो निवासियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। मृतकों की पहचान जुवाहिद अली और हैदर अली के रूप में की गई है। कथित तौर पर पुलिस की गोली लगने से घायल हुए दोनों व्यक्तियों को सोनापुर जिला अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। मौतों के अलावा, हिंसा में कई लोग घायल भी हुए, जिनमें से एक शाहजहां अली को पैर में गोली लगी थी। झड़प के दौरान एक महिला कांस्टेबल और राजस्व सर्किल अधिकारी नितुल खातोनियार सहित कम से कम 22 पुलिसकर्मी घायल हो गए। उन्हें तत्काल उपचार के लिए गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले जाया गया । अतिक्रमणकारियों ने अतिक्रमण विरोधी अभियान के चौथे दिन गुरुवार को पुलिस और अधिकारियों पर कथित तौर पर पत्थरबाजी की, कई पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया और तोड़फोड़ की। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन पर लाठियों और अन्य खतरनाक वस्तुओं से भी हमला किया गया। उनके अनुसार, अर्धसैनिक बल और पुलिस कर्मियों ने स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए गोलीबारी की। सूत्रों के अनुसार, अतिक्रमण विरोधी अभियान के पहले तीन दिनों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था न के बराबर थी। असम पुलिस ने एक बयान में कहा कि 248 बीघा (155 एकड़) सरकारी भूमि और जनजातीय क्षेत्र में अनाधिकृत व्यक्तियों द्वारा बनाई गई 237 अवैध इमारतों को हटा दिया गया है। सितंबर 2021 में असम के गोरुखुटी गांव में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान कथित अतिक्रमणकारियों और पुलिस के बीच झड़प में दो लोगों की मौत हो गई और 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
