असम में बांग्लादेश से आए मुस्लिमों की संख्या 20 प्रतिशत से बढ़कर 45 प्रतिशत हो गई

रांची / गुवाहाटी । असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने एक बार फिर बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों और जनसंख्या असंतुलन को लेकर बड़ा बयान दिया है। झारखंड में एक चुनावी जनसभा के दौरान उन्होंने बताया कि कैसे घुसपैठियों ने असम की जनसंख्या को परिवर्तित कर दिया है। असम में मुसलमानों की आबादी लगभग दोगुनी हो चुकी है। हिमंत ने कहा कि कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्च (जेएमएम) चाहती हैं झारखंड का भी यही हाल हो । मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि असम में मुसलमानों की संख्या 20 प्रतिशत भी नहीं थी। आज इनकी जनसंख्या 45 प्रतिशत है। ये असम का मुसलमान नहीं है, ये बांग्लादेश से आए मुस्लिम हैं। बांग्लादेश से आकर इन्होंने जनसंख्या असंतुलन किया है। यह काम झारखंड में भी शुरू हो चुका है । हिमंत ने कहा कि जेएमएम ने यह सोच रखा है कि बांग्लादेश से लोग आएंगे और हमें सरकार बनाने में मदद करेंगे। इसीलिए ये लोग घुसपैठियों के खिलाफ कुछ नहीं बोलते हैं। आज झारखंड की हालत ठीक नहीं है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी तो कानून के रास्ते से झारखंड में एनआरसी लागू करेंगे। एक-एक घुसपैठिये को भगाएंगे। ये सिद्धो कान्हू की धरती है, ये बिरसा मुंडा की धरती है और इस धरती को झारखंड के लोगों ने महान किया। गौरतलब है कि असम में घुसपैठियों की वजह से मूल संस्कृति खतरे में पड़ी है। असम में बांग्लादेशी घुसपैठियों पर हाईकोर्ट भी चिंता व्यक्त कर चुका है और इन घुसपैठियों द्वारा बनाए गए अवैध निर्माण भी हटाए गए हैं।

असम में बांग्लादेश से आए मुस्लिमों की संख्या 20 प्रतिशत से बढ़कर 45 प्रतिशत हो गई