आई. एन. डी.आई.ए. को मैंने बनाया दायित्व लेने को तैयार: ममता

कोलकाता / कोल्हापुर । बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने दावा किया कि विरोधी दलों के गठबंधन आई. एन. डी.आई.ए. को उन्होंने तैयार किया था और इसका दायित्व मिलने पर वे इसे बंगाल से चला सकती हैं। एक समाचार चैनल को दिए गए साक्षात्कार में मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी जो लोग आई. एन. डी. आई.ए. का नेतृत्व कर रहे हैं, वे इसे ठीक से चला नहीं पा रहे हैं। वे लोग मुझे पसंद नहीं करते, लेकिन मैं सभी राष्ट्रीय व क्षेत्रीय दलों के संपर्क में हूं और उन सबसे चलती हूं। ममता ने कहा कि आई. एन. डी. आई.ए. का अच्छे संबंध बनाकर दायित्व मिलने पर मैं इसे बंगाल से भी चला सकती हूं। मैं बंगाल की मिट्टी छोड़कर कहीं नहीं जाना चाहती। मेरा जन्म बंगाल में हुआ है और मैं यहीं अंतिम सांस लूंगी। बता दें कि कुछ दिन पहले ही तृणमूल सांसद व लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक कल्याण बनर्जी ने कहा था कि कांग्रेस को अहंकार छोड़ आई. एन. डी.आई.ए. की कमान ममता बनर्जी को सौंप देनी चाहिए । तृणमूल सांसद कीर्ति आजाद ने भी इसकी वकालत की थी। इस बीच सूत्र दावा कर रहे हैं कि ममता तृणमूल में व्याप्त अंतर्द्वद्व को देखते हुए जनवरी में पार्टी का विशेष अधिवेशन बुलाने की तैयारी कर रही हैं। इसमें पार्टी के समस्त सांसद, मंत्री-विधायक, नगर निकायों व पंचायतों के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। अधिवेशन में ममता अंतर्द्वद्व पर लगाम कसने के लिए कई बड़े फैसले ले सकती हैं। बंगाल में 2026 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए वर्षव्यापी कार्यसूची की भी घोषणा की जा सकती है। साथ ही पार्टी में बड़ा फेरबदल देखने को भी मिल सकता है। उधर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने को इच्छुक वाले बयान का एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी का रुख आक्रामक है। उन्होंने कई लोगों को खड़ा किया है। उन्हें ऐसा कहने का पूरा अधिकार है। ममता बनर्जी में इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की क्षमता है। कोल्हापुर के एक प्रेस कांफ्रेंस में शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में महायुति की जीत के बाद विपक्ष को चिंता करने की जरूरत नहीं है। यह सच है कि हमारी हार हुई है। हमें इस पर निराश नहीं होना चाहिए, बल्कि लोगों के पास वापस जाना चाहिए, क्योंकि चुनाव नतीजों को लेकर लोगों में कोई उत्साह नहीं दिख रहा है। उनमें बहुत नाराजगी है। विपक्षी महाविकास अघाड़ी इसलिए काम करेगी कि सरकार अपने चुनाव से पहले किए गए सभी वादों को पूरा करे । इसमें लड़की बहिन योजना के तहत वित्तीय मदद को 1500 से बढ़ाकर 2100 तक करने का भी वादा शामिल है। वहीं महाविकास अघाड़ी के महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष का नेता चुने को लेकर शरद पवार ने कहा कि एमवीए के राजनीतिक दलों को इस पर जोर नहीं देना चाहिए। क्योंकि उनके पास आवश्यक संख्या नहीं है। विपक्ष की स्थिति पर उन्होंने कहा कि विधानसभा में विपक्ष की ताकत काफी कम है। लेकिन यहं कई युवा विधायक हैं जो एक-दो सत्रों के बाद मुद्दे उठाएंगे।

आई. एन. डी.आई.ए. को मैंने बनाया दायित्व लेने को तैयार: ममता