इंडसइंड बैंक आर्थिक घोटाले की सेबी कर रही अलग एंगल से जांच

इंडसइंड बैंक आर्थिक घोटाले की सेबी कर रही अलग एंगल से जांच
इंडसइंड बैंक आर्थिक घोटाले की सेबी कर रही अलग एंगल से जांच

मुंबई इंडसइंड बैंक में हुए आर्थिक घोटाले को लेकर शेयर बाजार नियामक संस्था, सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) अलग एंगल से जांच कर रही है। दरअसल, सेबी इंडसइंड बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा संभावित इनसाइडर ट्रेडिंग की जांच कर रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इसकी जानकारी घटनाक्रम से जुड़े दो लोगों ने दी। हाल ही में बैंक के डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में सामने आई गड़बड़ी से शेयरों में भारी गिरावट आई थी।

इस मामले में सेबी ने इंडसइंड बैंक के पांच वरिष्ठ बैंक अधिकारियों द्वारा किए जाने वाले ट्रेड के बारे में जानकारी मांगी है, उन्हें इसमें गड़बड़ी होने की जानकारी पहले से ही थी । रिपोर्ट में एक सूत्र ने कहा कि सेबी इस बात की भी जांच कर रहा है कि बैंक ने अपने डिस्क्लोजर स्टैंडर्ड का उल्लंघन किया है या नहीं स्टॉक एक्सचेंज को दिए डिस्क्लोजर के मुताबिक कुछ टॉप मैनेजमेंट अधिकारियों ने जनवरी 2024 से करोड़ों रुपए के बैंक शेयर बेचे और खरीदे हैं।

सूत्र ने कहा कि केएमपी (की मैनेजमेंट प्रोफेशनल) के रूप में अगर

सेबी ने 5 वरिष्ठ बैंक अधिकारियों द्वारा किए ट्रेड की मांगी जानकारी

उन्हें केंद्रीय बैंक की कार्रवाई के बारे में पता था, तो वे व्यापार नहीं कर सकते, भले ही इसमें ईएसओपी को भुनाना शामिल हो ।

रिपोर्ट के मुताबिक सेबी और इंडसइंड बैंक दोनों ने इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इंडसइंड बैंक के 1500 करोड़ रुपए के डेरिवेटिव घाटे की वजह आरबीआई के सितंबर 2023 के निर्देश हैं, जिसमें कहा गया है कि सभी डेरिवेटिव लेनदेन को मार्क-टू-मार्केट किया जाएं यानी इंस्ट्रूमेंट्स का मूल्यांकन उनके मौजूदा बाजार मूल्य के अनुसार किया जाए।

इंडसइंड बैंक ने 10 मार्च को अपने डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में गड़बड़ी सामने आने की जानकारी शेयर बाजार को दी। इसके बाद शेयरों में तेज गिरावट देखी गई और एक दिन में बैंक के स्टॉक 27 फीसदी तक गिर गए। इससे बैंक का 18000 करोड़ रुपए का मार्केट कैपिटलाइजेशन साफ हो गया।

इंडसइंड बैंक आर्थिक घोटाले की सेबी कर रही अलग एंगल से जांच
इंडसइंड बैंक आर्थिक घोटाले की सेबी कर रही अलग एंगल से जांच