
नई दिल्ली
इंडसइंड बैंक के मौजूदा सीईओ सुमंत काठपलिया का कार्यकाल समाप्त होने वाला है और नए सीईओ का चयन करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बैंक बोर्ड ने अक्टूबर तक नए सीईओ का चयन करने का निर्णय लिया है। नए सीईओ का चयन करने की प्रक्रिया शुरू
जिसमें संभावित नामों का समावेश हो सकता है। इसी बीच, इंडसइंड बैंक ने अपनी डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में पाई गई विसंगतियों की जांच के लिए एक स्वतंत्र पेशेवर फर्म को नियुक्त किया है। इस जांच में डेरिवेटिव अनुबंधों के लेखा उपचार की सटीकता और उनके वित्तीय प्रभाव का मूल्यांकन किया जाएगा। इस मामले में भारतीय रिजर्व बैंक को भी सक्रिय रूप से शामिल किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक आरबीआई इस मामले में पूरी जिम्मेदारी का आकलन करेगा और उचित कदम उठाएगा । विशेषज्ञों के अनुसार, इन विसंगतियों का प्रभाव बैंक के शुद्ध मूल्य पर 2.35 फीसदी तक हो सकता है, जिससे बैंक की वित्तीय स्थिति प्रभावित हो सकती है। जमाकर्ताओं को आश्वस्त करने के लिए आरबीआई ने इंडसइंड बैंक की वित्तीय स्थिति को लेकर सारे सवालों का समाधान करने का दावा किया है। बैंक की प्रतिष्ठित योजनाएं और सावधानियाँ इस समय जोर पर हैं और सभी दिशाओं से उन्हें समर्थन मिल रहा है। इंडसइंड बैंक की यह घटनाएं वित्तीय समुदाय में गहरी चर्चा में हैं और नए सीईओ के चयन से इसका मार्केट पर क्या प्रभाव होगा, यह देखने लायक है। इसके साथ ही, विसंगतियों के समाधान और वित्तीय स्थिति के सुधार के लिए अब किस प्रकार के कदम उठाए जाएंगे, यह भी बातचीत का विषय बन रहा है।
