एनटीपीसी बरौनी में मजदूरों की हड़ताल से आठ घंटे तक फंसे रहे नाइट शिफ्टकर्मी

एनटीपीसी बरौनी में मजदूरों की हड़ताल से आठ घंटे तक फंसे रहे नाइट शिफ्टकर्मी

एनटीपीसी बरौनी में मजदूरों की हड़ताल से आठ घंटे तक फंसे रहे नाइट शिफ्टकर्मी

बेगूसराय ( हिंस)| राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) बरौनी के स्टेज - दो के केमेस्ट्री डिपार्टमेंट में निजी एजेंसी के तहत काम कर रहे चार मजदूरों को हटा देने सहित अन्य समस्याओं के विरोध में सोमवार को सैकड़ों मजदूरों ने एक्सटेंशन प्रोजेक्ट के मुख्य द्वार को जाम कर धरना दिया। इस दौरान मजदूरों ने निजी एजेंसी प्रबंधन के विरोध में जमकर नारेबाजी भी हंगामा भी किया। सुबह छह बजे से ही आक्रोशित मजदूरों ने गेट पर पहुंच कर हड़ताल कर देने से सैकड़ों मजदूर काम करने के लिए प्रतिष्ठान में प्रवेश नहीं कर सके। इसके कारण नाईट शिफ्ट में कार्य कर रहे कई अधिकारियों और कर्मचारियों को लगातार आठ घंटे अधिक कार्य करना पड़ा। एनटीपीसी प्रबंधन, चकिया सहायक थाना प्रभारी एवं सीआईएसएफ के अधिकारी ने गेट पास रोके गए चार मजदूरों को दो दिनों के अंदर गेट पास बनाए जाने का आश्वासन दिया। लेकिन मजदूरों ने उक्त आश्वासन मौखिक नहीं सुनकर एनटीपीसी के अधिकारियों से लिखित देने की मांग पर अड़े रहे। बाद में हटाए गए मजदूरों को वापस रखने सहित अन्य मुद्दों पर लिखित आश्वासन देने पर धरना समाप्त हुआ। बाद में एनटीपीसी के एचआर प्रबंधक मयंक गुप्ता द्वारा हटाए गए चार मजदूरों को काम पर रखने समेत उसके अन्य समस्याओं का तीन-चार दिनों में समाधान करने के लिखित आश्वासन पर आक्रोशित मजदूर शांत हुए तथा दोपहर तीन बजे सभी मजदूर पुनः काम पर वापस लौटे। एजेंसी द्वारा अचानक कोई मजदूर को कार्य से नहीं निकालने सहित अन्य मुद्दों पर भी आश्वासन दिया गया है। बरौनी ताप विद्युत श्रमिक संघ के अध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि एनटीपीसी एवं संवेदक की मिलीभगत से मजदूरों को परेशान किया जाता है । कमीशन के लिए संवेदकों द्वारा मजदूरों के साथ दुर्व्यवहार एवं काम से निकालने की धमकी दिया जाता है । जब टेंडर होता है तो पुराने मजदूरों को हटा दिया जाता है। कमीशन तय कर नए मजदूर रखे जाते हैं। समय पर पेमेंट नहीं दिया जाता है, पे- स्लीप और ईएसआई कार्ड नहीं दिया जा रहा है।

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