कैंप से भागने के आरोप में अल्फा (स्वा.) ने दो कैडरों को दी मौत की सजा

कैंप से भागने के आरोप में अल्फा (स्वा.) ने दो कैडरों को दी मौत की सजा

कैंप से भागने के आरोप में अल्फा (स्वा.) ने दो कैडरों को दी मौत की सजा

गुवाहाटी (हि.स.) । अल्फा (स्वाधीन) कैंप से भागने के आरोप में दो कैडरों को संगठन ने मौत की सजा सुनाई गई है। जानकारी के अनुसार संगठन के म्यांमार शिविर में दो कैडरों को मौत की सजा सुनाई गई है। म्यांमार के एक शिविर में संगठन द्वारा मौत की सजा पाने वाले दो कैडरों में से एक की पहचान अविनाश कलिता के रूप में हुई है। अविनाश का घर बजाली जिले के पाठशाला में है। दूसरे सदस्य का नाम अभी पता नहीं चल पाया है। मार्च 2022 में संगठन में शामिल हुए अविनाश को म्यांमार में एक शिविर से भागने की कोशिश करने के लिए एक अन्य कैडर के साथ मौत की सजा सुनाई गई है। अविनाश के परिवार को बताया गया कि अविनाश को सितंबर में मौत की सजा सुनाई गई थी । उल्लेखनीय है कि इससे पहले दो अन्य कैडरों को मौत की सजा सुनाई गई थी । यह सजा संगठन विरोधी गतिविधियों में शामिल अपराधों के लिए दी गई है। अल्फा ने जिन सदस्यों को इस तरह से कड़ी सजा दी है, उनमें क्रमश: लाचित हजारिका उर्फ सलीम अली और बर्नाली असम उर्फ नयनमणि चेतिया शामिल हैं। नयनमणि चेतिया एक कुशल खिलाड़ी और एक बच्चे की मां थी।

Skip to content