खुलासा : फ्लिपकार्ट के लिफाफे में छिपाकर लाई जाती थी ड्रग्स

खुलासा : फ्लिपकार्ट के लिफाफे में छिपाकर लाई जाती थी ड्रग्स

खुलासा : फ्लिपकार्ट के लिफाफे में छिपाकर लाई जाती थी ड्रग्स

नई दिल्ली। दिल्ली के गौतमबुद्ध नगर से एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है। इलाके में पुलिस ने फ्लिपकार्ट के लिफाफे में गांजा और चरस की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। थाना बीटा-2 पुलिस और स्वाट टीम ने गिरोह का पर्दाफाश करते हुए महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बीटा - 2 पुलिस टीम और स्वाट टीम को 20 नवंबर को एक गोपनीय सूचना मिली थी, जिसके बाद चेकिंग के दौरान चारों आरोपियों (चिन्टू, बिन्टू उर्फ कालू, जयप्रकाश, वर्षा) को नवादा गोल चक्कर थाना क्षेत्र बीटा - 2 से गिरफ्तार किया। पुलिस को इनके कब्जे से 20 किलो 390 ग्राम अवैध गांजा, 400 ग्राम अवैध चरस बरामद हुआ है। इसके अलावा पुलिस को घटना में इस्तेमाल एक कार, 148 फ्लिपकार्ट कम्पनी के लिफाफे, 38 पैकिंग पॉलीथिन, 4 मोबाइल फोन और एक ड्राइविंग लाइसेंस भी मिला है। स्वाट टीम व थाना बीटा-2 पुलिस द्वारा फ्लिपकार्ट के लिफाफे में गांजा व चरस रखकर तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, महिला अभियुक्ता सहित 04 अभियुक्त गिरफ्तार, कब्जे से 20 किलो 390 ग्राम गांजा, 400 ग्राम चरस, 04 मोबाइल फोन, वर्ना कार व मोटरसाइकिल बरामद। पुलिस के मुताबिक गिरोह में शामिल सभी शातिर किस्म के तस्कर हैं । पुलिस ने बताया कि गिरोह के नेटवर्क में रिंकू उर्फ सेठ भारी मात्रा में शिलॉग से गांजा और चरस लेकर आता है, जिसे बाद में चिन्टू और बिन्टू के माध्यम से डिस्ट्रीब्यूट कराने का काम किया जाता है । चिन्टू और बिन्टू दोनों भाई हैं, जो वर्षा और जयप्रकाश के दिए लोकेशन पर चरस व गांजे को ग्राहकों तक पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा कि चिन्टू और बिन्टू अपना नाम व पहचान छिपाने के लिए ग्राहक को वाट्सएप्प कॉल करते है, जिसके बाद वर्षा और जयप्रकाश से दिए लोकेशन पर माल को सप्लाई करते थे। वर्षा और जयप्रकाश एक दिन में 40 से 50 पुड़ियों की सप्लाई कर देते हैं । पुड़िया का वजन 10 ग्राम, 20 ग्राम व 50 ग्राम होता है। पुलिस से पकड़े जाने डर से गुमराह करने के लिए ये लोग फ्लिपकार्ट के लिफाफे खरीदकर फ्लिप कार्ट के लिफाफों में गांजा और चरस को रखकर नोएडा, ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में सेक्टरों, कम्पनियों और यूनिवर्सिटी आदि में मोटरसाइकिल की सहायता से गांजा व चरस को ग्राहक तक पहुंचाते हैं। इनका पेमेंट आनलाइन किया जाता है और पैसे बिन्टू के खाते में आते थे। पुलिस के मुताबिक गिरोह के निशाने पर एजुकेशन हब के आसपास रहने वाले छात्र और बड़ी कंपनियां में काम करने वाले लोग हुआ करते थे। आरोपियों से बरामद गांजे की सप्लाई चैन के सम्बन्ध में गहनता से जानकारी की जा रही है। इसके अलावा फरार लोगों की गिरफ्तारी के लिए भी प्रयास जारी है। आरोपी युवती बीबीए की छात्रा बताई जा रही है जिसकी और डिटेल निकाली जा रही है ।

Skip to content