ग्लोबल मार्केट से कमजोरी के संकेत एशिया में मिला-जुला कारोबार

ग्लोबल मार्केट से कमजोरी के संकेत एशिया में मिला-जुला कारोबार
ग्लोबल मार्केट से कमजोरी के संकेत एशिया में मिला-जुला कारोबार

नई दिल्ली

ग्लोबल मार्केट से कमजोरी के संकेत मिल रहे हैं। अमेरिकी बाजार पिछले सत्र के दौरान बड़ी गिरावट का शिकार हो गए। हालांकि डाउ जॉन्स फ्यूचर्स बढ़त के साथ कारोबार करता हुआ नजर आ रहा है। इसी तरह यूरोपीय बाजार भी पिछले सत्र के दौरान दबाव में कारोबार करने के बाद मिले-जुले परिणाम के साथ बंद हुए। एशियाई बाजारों में भी मिला-जुला कारोबार होता हुआ नजर आ रहा है। डोनाल्ड ट्रंप की ऑटो इंपोर्ट टैरिफ पॉलिसी की वजह से अमेरिकी बाजार में पिछले सत्र के दौरान लगातार दबाव की स्थिति बनी रही। ट्रंप ने विदेश में बनी कारों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। ऑटो इंपोर्ट टैरिफ 2 अप्रैल से लागू हो जाएगा। इसकी वजह से पिछले सत्र के दौरान वॉल स्ट्रीट के सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। एसएंडपी 500 इंडेक्स 1.12 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 5,712.20 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह नैस्डेक 372.84 अंक यानी 2.04 प्रतिशत की बड़ी गिरावट के साथ 17,899.01 अंक के स्तर पर पिछले सत्र के कारोबार का अंत किया। हालांकि डाउ जॉन्स फ्यूचर्स फिलहाल 0.20 प्रतिशत की तेजी के साथ 42, 536.90 अंक के स्तर पर कारोबार करता हुआ नजर आ रहा है। अमेरिकी बाजार की तरह ही यूरोपीय बाजार भी पिछले सत्र के दौरान दबाव में कारोबार करने के बाद मिले- जुले परिणाम के साथ बंद हुए। एफटीएसई इंडेक्स 0.30 प्रतिशत की तेजी के साथ 8,689.59 अंक के स्तर पर बंद हुआ। दूसरी ओर, सीएसी इंडेक्स ने 0.97 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 8,030.68 अंक के स्तर पर पिछले सत्र के कारोबार का अंत किया । इसके अलावा डीएएक्स इंडेक्स 270.76 अंक यानी 1.19 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,839.03 अंक के स्तर पर बंद हुआ। एशियाई बाजारों में मिला-जुला कारोबार हो रहा है। एशिया के 9 बाजारों में से 6 के सूचकांक मजबूती के साथ हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं, जबकि 3 सूचकांक गिरावट के साथ लाल निशान में बने हुए हैं। ताइवान वेटेड इंडेक्स 330.31 अंक यानी 1.48 प्रतिशत की बड़ी गिरावट के साथ 21,929.98 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह कोस्पी इंडेक्स 1.04 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 2,616.37 अंक के स्तर तक पहुंचा हुआ है। इसके अलावा निक्केई इंडेक्स 377.81 अंक यानी 0.99 प्रतिशत टूट कर  37,649.48 अंक के स्तर तक गिर गया है । दूसरी ओर, गिफ्ट निफ्टी 0.08 प्रतिशत की मजबूती के साथ 23,549 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह स्ट्रेट्स टाइम्स इंडेक्स 0.31 प्रतिशत की बढ़त के साथ 3,976.03 अंक के स्तर पर पहुंचा हुआ है । हैंग सेंग इंडेक्स में बड़ी मजबूती नजर आ रही है। फिलहाल यह सूचकांक 224.16 अंक यानी 0.95 प्रतिशत उछल कर 23,707.48 अंक के स्तर पर पहुंचा हुआ है। इसके अलावा जकार्ता कंपोजिट इंडेक्स 0.31 प्रतिशत की तेजी के साथ 6,492.30 अंक के स्तर पर, शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 0.31 प्रतिशत की मजबूती के साथ 3,379.19 अंक के स्तर पर और सेट कंपोजिट इंडेक्स 0.04 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 1, 190.82 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहे हैं।

भारतीय उद्योग की सरकार से अपील, रेसिप्रोकल

टैरिफ घटाने अमेरिका से करे व्यापार समझौता

नई दिल्ली। अमेरिका द्वारा 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लागू किए जाने से पहले भारतीय उद्योग जगत ने सरकार से अपील की है कि उसे ऐसे शुल्कों के प्रभाव से बचाया जाए। सूत्रों के मुताबिक उद्योग इस बात को लेकर चिंतित है कि इन टैरिफ का असर नौकरियों पर पड़ेगा। उद्योग जगत चाहता है कि इन टैरिफ के असर को कम करने के लिए भारत जल्द अमेरिका के साथ व्यापार समझौता करे। ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि वह 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करेगा ताकि अमेरिका से आयात पर लगाए गए टैरिफ और गैर-टैरिफ देशों के बराबर शुल्क लगाया जा सके। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप कई बार कह चुके हैं कि भारत को उसके ऊंचे टैरिफ स्ट्रक्चर की वजह से कोई विशेष रियायत नहीं दी जाएगी, लेकिन पिछले कुछ दिनों में उनका रुख नरम हुआ है। किसी देश का नाम लिए बिना ट्रंप ने कहा कि 2 अप्रैल को कई देशों को कुछ छूट दी जा सकती है। इस समय भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए गहन चर्चा चल रही है। दक्षिण और मध्य एशिया के लिए अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय के सहायक प्रतिनिधि अमेरिकी अधिकारियों की एक टीम के साथ पांच दिवसीय भारत दौरे पर हैं, जहां वे भारतीय पक्ष के साथ बैठकें कर रहे हैं ।

ग्लोबल मार्केट से कमजोरी के संकेत एशिया में मिला-जुला कारोबार
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