चैंपियंस ट्रॉफी : विज्ञापन बाजार में मची हलचल, दरें रिकार्ड स्तर पर

चैंपियंस ट्रॉफी : विज्ञापन बाजार में मची हलचल, दरें रिकार्ड स्तर पर
चैंपियंस ट्रॉफी : विज्ञापन बाजार में मची हलचल, दरें रिकार्ड स्तर पर

नई दिल्ली। आगामी 9 मार्च को न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के बड़े मुकाबले के नतीजे का तो इंतजार है, लेकिन इससे पहले ही विज्ञापन बाजार में हलचल मच चुकी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फाइनल मैच के लिए 10 सेकंड के विज्ञापन स्लॉट की कीमतें 40 लाख रुपये से ज्यादा हो गई हैं। इस हाई वोल्टेज मैच से पहले टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन दरें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं, जिससे ब्रॉडकास्टरों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को भारी मुनाफा होने की संभावना है। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन की दरें 725 रुपये प्रति हजार इंप्रेशन (सीपीएम) तक पहुंच गई हैं। वहीं, भारत के अन्य मैचों के दौरान यह दरें 500 रुपये प्रति 10 सेकंड तक थीं, लेकिन फाइनल के चलते यह तेजी से बढ़ी हैं। रन ऑफ साइट (आओएस) विज्ञापनों की दरें भी 575 रुपये तक पहुंच चुकी हैं। विज्ञापन इंडस्ट्री के विशेषज्ञों के अनुसार, आठ साल बाद लौट रही चैंपियंस ट्रॉफी को दर्शक एक मिनी वर्लड कप की तरह देख रहे हैं, जिससे दर्शकों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। एनवी कैपिटल के मैनेजिंग पार्टनर विवेक मेनन का कहना है कि भारत के फाइनल में पहुंचने से विज्ञापन बाजार में जबरदस्त उछाल आया है। टूर्नामेंट के पहले कुछ मैचों में ही विज्ञापन दरों में तेजी देखी गई थी, लेकिन जैसे-जैसे भारत आगे बढ़ता गया, वैसे-वैसे ब्रांड्स ने अपनी निवेश राशि को बढ़ा दिया। भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान तो विज्ञापन स्लॉट की कीमतें 50 लाख रुपये प्रति 10 सेकंड तक पहुंच गई थीं, जो अब फाइनल के लिए लगभग उसी स्तर पर हैं।

चैंपियंस ट्रॉफी : विज्ञापन बाजार में मची हलचल, दरें रिकार्ड स्तर पर
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