
तेहरान । ईरान के नातांज परमाणु प्लांट के पास गुरुवार को 5.0 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे पूरी दुनिया में हलचल मच गई। यह झटका बादरूद क्षेत्र में महसूस किया गया, जो ईरान के मुख्य यूरेनियम केंद्र नातांज से सिर्फ 26 किलोमीटर दूर स्थित है। इसके कुछ घंटों बाद, 4.5 तीव्रता का एक और झटका आया, जिससे इस क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं । भूकंप के कारण कई मकानों की खिड़कियां टूट गईं, लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। हालांकि, ईरान ने अभी तक यह साफ नहीं किया है कि इस भूकंप से उसके परमाणु केंद्र को कोई नुकसान हुआ है या नहीं। ऐसे में यह भी सवाल भी उठ रहा है कि कहीं ईरान ने परमाणु बम तो नहीं बना डाला। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) पहले ही ईरान के हथियार- ग्रेड यूरेनियम भंडार को लेकर गंभीर चिंता जता चुकी है। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में एजेंसी ने दावा किया कि ईरान ने परमाणु हथियार बनाने लायक यूरेनियम स्टॉकपाइल कर लिया है। इस बीच, अमेरिका और इजरायल अगले हफ्ते वॉशिंगटन में ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर उच्च-स्तरीय बैठक करने वाले हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान की ओर से परमाणु हथियार विकसित करने की खबरें सच साबित हुईं, तो यह पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा संकट बन सकता है। इजरायल लंबे समय से ईरान के परमाणु कार्यक्रम का सबसे बड़ा विरोधी रहा है और उसने पहले भी ईरानी परमाणु ठिकानों पर साइबर हमले और गुप्त ऑपरेशन किए हैं। पिछले साल, इजरायल ने ईरान के इस्फहान प्रांत में स्थित एक एस-3000 वायु रक्षा प्रणाली पर हमला किया था। अब, नातांज के पास भूकंप या विस्फोट की खबर आने के बाद, अमेरिका और इजरायल के लिए यह नए खतरे का संकेत हो सकता है। अगर यह सिद्ध हो जाता है कि ईरान ने परमाणु बम तैयार कर लिया है, तो यह पूरे मध्य पूर्व के लिए भारी खतरा बन सकता है। अमेरिका पहले ही ईरान पर सख्त आर्थिक प्रतिबंध लगा चुका है, लेकिन अगर ईरान ने परमाणु हथियार विकसित कर लिया, तो यह अमेरिका, इजरायल और उनके सहयोगियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर नातांज में कोई गुप्त परमाणु परीक्षण या विस्फोट हुआ हो, तो यह अंतर्राष्ट्रीय शांति को बड़ा झटका दे सकता है।
