
जींद (हिंस)। किसान छात्र एकता संगठन ने गुरूवार को शांतिपूर्ण धरने पर बैठे किसानों जगजीत सिंह डल्लेवाल की तानाशाहीपूर्ण गिरफ्तारी के विरोध में गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया। संगठन ने सरकार के इस रवैए की कड़ी निंदा की और गिरफ्तार किसानों की तुरंत रिहाई की मांग की और चेतावनी दी कि यदि सरकार ने अपनी दमनकारी नीतियों को नहीं रोका तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। संगठन ने डीन ऑफ अकादमिक डॉ. विशाल वर्मा को राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा। वर्मा को राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन के दौरान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सुमित लाठर ने कहा कि लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। देश के अन्नदाताओं पर इस प्रकार की कार्रवाई न केवल अलोकतांत्रिक है बल्कि यह पंजाब राज्य में कानून, व्यवस्था की गंभीर स्थिति को भी दर्शाती है। राज्य सरकार का यह आचरण जनता के हितों के विरुद्ध है और यह स्पष्ट रूप से संविधान द्वारा प्रदत्त नागरिक अधिकारों का उल्लंघन है। छात्र नेता अभिषेक जुलाना ने कहा कि कि पंजाब सरकार की दमनकारी नीतियों का संज्ञान लेते हुए वहां की स्थिति की जांच करवाई जाए और संविधान के अनुच्छेद 356 के तहत पंजाब में राष्ट्रपति शासन लागू करने पर विचार किया जाए। इस मौके पर एनएसयूआई अध्यक्ष जयदीप संधू, युवा अध्यक्ष कांग्रेस बलराज कंडेला, बीजेपी कार्यकर्ता गौरव चहल, रविंद्र ढुल, प्रथम, गोविंद सैनी आदि मौजूद रहे।
