
भरूच। अतीत में दुनिया भर में बुलडोजर का इस्तेमाल केवल खेती किसानी में होता था । लेकिन धीरे-धीरे इसका इस्तेमाल इमारतों को धराशायी करने और सड़कों को बनाने के लिए सतह को समतल और सपाट करने में होने लगा। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात ये वो चर्चित राज्य हैं जहां पर दंगाईयों या कुख्यात अपराधियों के घरों और अवैध ठिकानों को राज्य सरकारों की तरफ से जमीदोंज करने वाली तस्वीरें अक्सर आ जाती हैं। लेकिन राज्य सरकारों से इतर जब आम जनता भी बुलडोजर एक्शन करने लग जाए तब क्या हो? गुजरात में कुछ लोगों ने बुलडोजर जस्टिस के मामले में भूपेंद्र दादा पटेल सरकार से प्रेरणा ली है। भरूच जिले के जंबूसर तालुका के करेली गांव में एक अजीब घटना हुई। एक शादीशुदा महिला गांव के ही एक तलाकशुदा आदमी के साथ भाग गई। इसके बाद महिला के परिवार वालों ने गुस्से में आकर शख्स और उसके रिश्तेदारों के घर पर बुलडोजर चलवा दिया। शादीशुदा महिला के साथ कथित तौर पर फरार हुए व्यक्ति और उसके रिश्तेदारों के घर बुल्डोजर से गिराने के आरोप में पुलिस ने छह ग्रामीणों को गिरफ्तार किया है । वेदाच पुलिस थाने के निरीक्षक बीएम चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में महिला के परिजन भी शामिल हैं। चौधरी ने बताया कि परिजनों को संदेह था कि दूसरे समुदाय का व्यक्ति शादीशुदा महिला को भगा ले गया है और इसी गुस्से में उन्होंने बुल्डोजर से व्यक्ति और उसके रिश्तेदारों के घर तोड़े। यह घटना गुजरात के करेली गांव के भरूच जिले में 21 मार्च को हुई । अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने 21 मार्च की रात को फूलमाली समुदाय के छह घरों को बुल्डोजर से क्षतिग्रस्त कर दिया। इनमें महिला के साथ फरार व्यक्ति का घर भी शामिल है। उन्होंने बताया कि महिला आणंद जिले के अंकलाव तालुका में अपने माता-पिता के घर आई थी और यहीं से वह कथित तौर पर व्यक्ति के साथ फरार हो गई ।
