फेक डॉक्युमेंट उपलब्ध कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार गिरफ्तार

फेक डॉक्युमेंट उपलब्ध कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार गिरफ्तार
फेक डॉक्युमेंट उपलब्ध कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार गिरफ्तार

नई दिल्ली। क्राइम ब्रांच की टीम ने अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में प्रवेश और बसने में मदद करने वाले एक सिंडिकेट का भंडाफोड़ करते हुए तीन बांग्लादेशी नागरिकों और उनके भारतीय सहयोगी को गिरफ्तार किया है। यह सिंडिकेट असम के रास्ते बांग्लादेशी नागरिकों की तस्करी करने और जाली दस्तावेजों का उपयोग करके दिल्ली-एनसीआर में उनके अवैध तरीके से बसने में शामिल था। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान सरगना बांग्लादेश के जिला सुनामगंज निवासी मोहम्मद इकबाल हुसैन उर्फ फरहान खान, रजीब मियां उर्फ राहुल बिस्वास उर्फ अमित यादव, मोहम्मद मोमिन बादशा उर्फ मोहम्मद मोमिन हुसैन उर्फ जितेंद्र यादव और ओखला फेज-2 निवासी अग्रसेन कुमार के रूप में हुई है, जो फर्जी तरीके से अवैध बांग्लादेशियों के लिए आधार कार्ड बनाने में शामिल था। पुलिस ने इनके कब्जे से भारतीय पासपोर्ट, आधार, मतदाता, पैन कार्ड, भारतीय नामों के ड्राइविंग लाइसेंस और साथ ही उनके बांग्लादेशी दस्तावेजों सहित भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है। क्राइम ब्रांच के उपायुक्त विक्रम सिंह के मुताबिक, इंस्पेक्टर विजय पाल दहिया और एसीपी नरेश सोलंकी की निगरानी में टीम ने दिल्ली के दक्षिण और दक्षिण-पूर्व जिलों के साप्ताहिक बाजारों में सूत्रों को तैनात किया, जहां अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के कपड़े के व्यापार में सक्रिय होने का संदेह था । एएसआई कृष्ण पांडे और सिपाही संजय ने खुफिया जानकारी हासिल करने के लिए साप्ताहिक बाजारों में परिधान विक्रेता के रूप में काम किया। उन्हें गुप्त जानकारी मिली कि मोहम्मद इकबाल हुसैन दिल्ली में अवैध रूप से रह रहा है और अपने परिधान व्यवसाय को बढ़ाने के लिए बांग्लादेशी नागरिकों की तस्करी कर रहा है। सूचना पर टीम ने कई छापे मारे और आरोपित को नेहरू प्लेस से और रजीब मियां और मोहम्मद मोमिन को बदरपुर बार्डर से गिरफ्तार किया ।

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