
बंगाईगांव। पूर्वोत्तर प्रदेशीय मारवाड़ी युवा मंच (पूप्रमायुम) का तीन दिवसीय 17वां प्रांतीय अधिवेशन विभिन्न कार्यक्रमों के साथ बंगाईगांव शहर में मारवाड़ी युवा मंच, बंगाईगांव शाखा एवं जागृति शाखा, बंगाईगांव के आयोजक्तव संपन्न हुआ। 18 से 20 मार्च तक आयोजित इस तीन दिवसीय अधिवेशन में विभिन्न सत्रों के अलावा सांस्कृतिक संध्या एवं कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया था। 18 मार्च को प्रथम दिन विषय निर्वाचन समिति की बैठक, प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक, प्रांतीय सभा एवं प्रांतीय अध्यक्ष के लिए चुनाव संपन्न हुए। चुनाव अधिकारी रितेश खटेड़ की देखरेख में चुनाव की प्रक्रिया को मारवाड़ी युवा मंच के भवन में शांतिपूर्वक संपन्न कराई गई। चुनाव में कुल 421 मतदान पड़े जिसमें से लखीमपुर के राज चौधरी ने 250 मत हासिल कर प्रांतीय अध्यक्ष पद पर आसीन हुए जबकि सीलापथार के प्रदीप राठी को 170 मत मिले। अधिवेशन के द्वितीय दिन सुबह उद्घाटन एवं अलंकरण समारोह के साथ प्रेरणा सत्र का आयोजन किया गया। इस वर्ष असम की दस हस्तियों को विभिन्न पुरस्कारों से नवाजा गया जिनमें साहित्य के क्षेत्र में करुण कांत राय, रामानुज दत्त चौधरी, दामोदर प्रसाद बजाज, रामजीवन सुरेखा प्रमुख है। इसके अलावा समाज के प्रति निरंतर समाज सेवा के लिए सुरेश हरलालका, प्रेमनाथ हरलालका, स्वर्गीय राजेश मालपानी (मरणोपरांत) को समाज गौरव पुरस्कार तथा युवा बज के प्रति सेवा के लिए प्रद्युम्न जैन एवं निर्मल बैद को मंच गौरव पुरस्कार से नवाजा गया। कार्यक्रम के शुरुआत | में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन किया गया एवं मशाल प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का आगाज किया गया। जागृति शाखा, बंगाईगांव की सदस्याओं ने हृदय स्पर्शी स्वागत गीत प्रस्तुत किया। मंच पर विराजित सभी अतिथियों का स्थानीय परंपरा के अनुसार स्वागत किया गया । इसके पश्चात स्वागत अध्यक्ष प्रेमनाथ हरलालका ने अपना संबोधन समाज के सामने रखा। पूप्रमायुम के अध्यक्ष पंकज जालान ने सभागार को संबोधित किया एवं प्रांतीय महामंत्री सुभाष सुराणा ने अपना प्रतिवेदन सदन में प्रस्तुत किया। प्ररेणा सत्र में चंडीगढ़ से पधारी मोनिका सिंगल ने अपना प्रेरणादायक वक्तव्य युवाओं के सामने रखा। राष्ट्रगान के साथ सुबह के सत्र का समापन हुआ। दोपहर को सामाजिक सद्भावना स नामक एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बंगाईगांव अंचल के विभिन्न समाजों से डॉक्टर हितेश दास, अरूप कुमार मल्लिक, रंजीत वर्मन, नवो बासूमतरी आमंत्रित वक्ता के रूप में उपस्थित थे । इनके अलावा अरुण बजाज एवं अनिल जैना ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। सभी वक्ताओं ने समाज में किस तरह से सद्भावना बनाई रखी जा सकती है उसे पर अपने-अपने विचार व्यक्त किए । रात्रि को सांस्कृतिक कार्यक्रम, पुरस्कार वितरण एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पूप्रमायुम द्वारा अधिवेशन विशेषांक युवा शक्ति नामक एक स्मारिका का भी विमोचन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न शाखों ने अपनी-अपनी प्रस्तुति दी। बंगाईगांव के नन्हे बच्चों द्वारा मोबाइल फोन के अधिक उपयोग पर प्रस्तुति दी तथा जागृति शाखा, बंगाईगांव द्वारा स्वर्गीय प्रमोद जी सराफ पर श्रद्धांजलि स्वरुप मंचीत नाटक की सभी लोगों ने प्रशंसा की। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में दीपाली अग्रवाल के द्वारा मनमोहक मटका डांस के साथ राजस्थान की मीटी की सुगंध भी मिली। इसके बाद एक हंसी भरा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें आमंत्रित कवियों में शंभू शिखर, अजय अटपटु, मयंक शर्मा एवं सुमित्रा सरल प्रमुख थे। वीर रस, भक्ति रस, हास्य रस एवं प्रेम रस के ऊपर कई कविताओं एवं प्रस्तुतियों से लोगों को हंसने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम के अंतिम व तीसरे दिन 20 मार्च को सुबह आयोजन स्थल से एक सद्भावना रैली निकाली गई जो पूरे शहर का भरमन करते हुए वापस आयोजन स्थल तक पहुंचीं । सदभावना रैली में विभिन्न शाखों ने अपने- अपने वेशभूषा में कतारबद्ध तरीके से चल रहे थे। मोरान शाखा की शिव दरबार की झांकी विशेष आकर्षण की केंद्र रही। इस दिन उन्मुक्त सत्र एवं प्रमोदम का आयोजन किया गया। नए अध्यक्ष राज चौधरी को शपथ दिलाई गई एवं समापन समारोह का भव्य आयोजन किया गया। आयोजक शाखा मारवाड़ी युवा मंच, बंगाईगांव शाखा एवं जागृति शाखा के सदस्यों द्वारा किए गए आत्मिय आथित्य की सभी अतिथियों ने तारीफ की। मारवाड़ी युवा मंच, बंगाईगांव शाखा एवं जागृति शाखा के अध्यक्ष एवं सचिव क्रमशः पीयूष सुराणा, संजू भंसाली, धीरज शर्मा, नीलम अग्रवाल ने सभी सदस्यों को एवं बंगाईगांव के मारवाड़ी समाज को अधिवेशन की सफलता के लिए हार्दिक धन्यवाद दिया है। ज्ञात हो कि पूर्वोत्तर प्रदेशीय मारवाड़ी सम्मेलन का 17वें प्रांतीय अधिवेशन सफलता पूर्वक स्वागताअध्यक्ष प्रेमनाथ हरलालका कार्यकारी अध्यक्ष निर्मल बैद, स्वागत मंत्री सरजीत सिंह भारी, स्वागत कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र लुनिया की देखरेख में व्यवस्थित तरीके से संपन्न हुआ।
