
बिजनी । बंगाईगांव की धार्मिक सामाजिक संस्था माहेश्वरी महिला मंडल द्वारा गणगौर की विशाल रैली निकाली गई इसमें समाज की अधिकतर महिलाओं ने हिस्सा लिया । तथा गाजे-बाजे के साथ राम मंदिर से शुरू हुई शोभायात्रा मायापुरी चौक, पगला स्थान से होती हुई मारवाड़ी युवा मंच तक बड़े ही धूमधाम से पहुंचीं । शोभायात्रा के दौरान महिलाओं एवं युवतियों ने भजनों पर नृत्य किया । इससे पहले महिलाओं ने मंगल गीत गाते हुए गणगौर को सिर पर धारण किया और अपने परिवार के साथ- साथ नगर और देश के कल्याण के लिए माता गणगौर और ईसर जी से प्रार्थना की। इसमें कुंवारी कन्या से लेकर, शादीशुदा तक सब भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करती हैं। ऐसी मान्यता है कि शादी के बाद पहला गणगौर पूजन मायके में किया जाता है। इस पूजन का महत्व अविवाहित कन्या के लिए, अच्छे वर की कामना को लेकर रहता है जबकि, शादीशुदा महिला अपने पति की लंबी उम्र के लिए ये व्रत करती है । इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार कर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजन अर्चना करेंगी। मान्यता है कि बड़ी गणगौर के दिन जितने गहने यानी गुने माता पार्वती को अर्पित किए जाते हैं, उतना ही घर में धन-वैभव बढ़ता है ।
