भारत में निजी इक्विटी निवेश में गिरावट, रियल एस्टेट में प्रवाह कमजोर

भारत में निजी इक्विटी निवेश में गिरावट, रियल एस्टेट में प्रवाह कमजोर
भारत में निजी इक्विटी निवेश में गिरावट, रियल एस्टेट में प्रवाह कमजोर

कार्यालय और गोदाम परिसंपत्तियों में निवेश की भारी गिरावट भी दर्ज की गई

नई दिल्ली

भारत के रियल एस्टेट सेक्टर में निजी इक्विटी निवेश में तीन प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, जिसका एक रियल स्टेट सलाहकार ने अपनी ताजा जानकारी में दावा किया है। वित्त वर्ष 2024-25 में इस गिरावट के साथ पीई निवेश कुल 3.7 अरब अमेरिकी डॉलर रहा है, जो पहले के वित्त वर्ष की तुलना में थोड़ी कमी का अंक साबित होता है। रियल स्टेट के सलाहकार ने इस गिरावट की वजह ने के रूप में वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और भू-राजनीतिक अस्थिरता का जिक्र किया है, जो विदेशी निवेशकों की गतिविधियों में कमी के साथ विनम्रता बनाता है।

पिछले वित्त वर्ष में पीई निवेश की ज्यादातर हिस्सेदारी विदेशी निवेशकों के पास थी, जो 84 प्रतिशत तक थी, जबकि घरेलू निवेशकों की हिस्सेदारी 16 प्रतिशत रही। इस समय कार्यालय और गोदाम परिसंपत्तियों में निवेश की भारी गिरावट भी दर्ज की गई है, जो निजी इक्विटी निवेश के साथ संबंधित है। गोदाम परिसंपत्तियों में पीई निवेश में तेजी से वृद्धि हुई है, जिसने आवास और कार्यालय संपत्तियों में

स्थानांतरण में गिरावट का कारण बना है। वित्त वर्ष 2024-25 में हाइब्रिड सौदों की हिस्सेदारी 42 प्रतिशत रही है, जिसमें इक्विटी और ऋण निवेश में क्रमश: 37 प्रतिशत और 21 प्रतिशत की गिरावट आई है। इस तरह कुल संदर्भ में रियल एस्टेट सेक्टर में निजी इक्विटी निवेश में गिरावट के साथ वृद्धि और संविदानिक गतिविधियों में संकेत है कि वित्तीय स्थिरता की दिशा में तेजी हो सकती है।

भारत में निजी इक्विटी निवेश में गिरावट, रियल एस्टेट में प्रवाह कमजोर
भारत में निजी इक्विटी निवेश में गिरावट, रियल एस्टेट में प्रवाह कमजोर