
गुवाहा
कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के ऑलराउंडर मोईन अली ने बुधवार को राजस्थान रॉयल्स (आरआर) के खिलाफ अपने शानदार प्रदर्शन से टीम को पहली जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने 2 विकेट लेकर 23 रन दिए और खासकर नितीश राणा को क्लासिक ऑफ-स्पिन गेंद से बोल्ड कर सबका ध्यान खींचा।
पोस्ट- मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोईन अली ने अपनी गेंदबाजी की रणनीति पर बात करते हुए कहा, मैं हमेशा बल्लेबाज की तरह सोचता हूं, यही मेरी ताकत है। इससे मुझे यह समझने में मदद मिलती है। कि सामने वाला बल्लेबाज क्या करने की कोशिश कर रहा है।
केकेआर को अपने प्रमुख स्पिनर और पिछले सीजन के सबसे मूल्यवान
खिलाड़ी सुनील नारायण की गैरमौजूदगी में एक असरदार गेंदबाज की जरूरत थी । कप्तान अजिंक्य रहाणे ने मोईन अली पर भरोसा जताया और उन्होंने अपने
फ्रेंचाइजी डेब्यू मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए 2 विकेट लेकर 23 रन दिए ।
वरुण चक्रवर्ती (2/17) की किफायती गेंदबाजी के साथ, मोईन अली
ने भी शानदार स्पिन आक्रमण किया और राजस्थान रॉयल्स को गुवाहाटी में 151 /9 के स्कोर पर रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मोईन ने इस मुकाबले में खुद को दूसरे स्पिनर की भूमिका में सहज बताया और कहा कि यह भूमिका उन्हें हमेशा पसंद रही है।
मोईन अली ने कहा, मैं वरुण से पहले गेंदबाजी करने आया, इसलिए मेरी जिम्मेदारी थी कि मैं जितना हो सके कसी हुई गेंदबाजी करूं, ताकि वह दबाव बना सकें और विकेट निकाल सकें। मैं हमेशा ऐसे स्पिनर के साथ गेंदबाजी करता रहा हूं, जो मुझसे बेहतर होता है और जिसके पास मुझसे ज्यादा विविधताएं होती हैं इसलिए मेरी भूमिका यही रहती है कि मैं रन रोकूं और दूसरे गेंदबाज के लिए विकेट लेने का मंच तैयार करूं । मोईन अली ने यशस्वी जायसवाल का विकेट
।
चटकाया, लेकिन उन्होंने जिस तरह से नितीश राणा को क्लासिक ऑफ-स्पिन डिलीवरी पर बोल्ड किया, वह सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा। उन्होंने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, यह गेंद वास्तव में अच्छी थी। मैंने बस सही क्षेत्र में गेंदबाजी करने और उसे जितना संभव हो सके स्पिन कराने की कोशिश की। मेरी ताकत यह है कि मैं एक बल्लेबाज की तरह सोचता हूं, जिससे मुझे यह अंदाजा रहता है कि सामने वाला बल्लेबाज क्या सोच रहा होगा। मोईन अली, जो पिछले सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए सिर्फ 48 गेंदें ही डाल पाए थे, ने बताया कि उन्हें केकेआर की प्लेइंग इलेवन में शामिल किए जाने की जानकारी मैच के दिन सुबह ही मिली मोईन ने कहा, मैं हमेशा तैयार रहने की कोशिश करता हूं। मुझे सुबह पता चला कि सुनील नारायण
बीमार हैं और मुझे खेलने के लिए तैयार रहना होगा। उनकी जगह लेना मुश्किल है, लेकिन मैंने अपना काम अच्छे से करने की कोशिश की। स्पिन – अनुकूल पिच पर प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा की पिच से स्पिनरों को मदद मिल रही थी। ऐसे विकेटों पर आप 300 रन नहीं बना सकते, शायद 200 भी मुश्किल हो जाए। यह अच्छी बात है कि हाई स्कोरिंग मुकाबलों के बीच ऐसे मैच भी हो रहे हैं। मोईन अली भले ही केकेआर की पहली पसंद नहीं थे, लेकिन उन्होंने इसे लेकर कोई शिकायत नहीं जताई। उन्होंने स्वीकार किया कि एक बेहतरीन टीम में जगह बनाना आसान नहीं होता। मोईन ने कहा अभी भी सीखने की कोशिश कर रहा हूं और 37 साल की उम्र में भी अपने खेल में सुधार लाने की इच्छा रखता हूं ।
