राष्ट्रीय खेल: पंजाब की भारोत्तोलक हरजिंदर कौर ने पीठ की दर्द को मात देकर जीता स्वर्ण पदक

राष्ट्रीय खेल: पंजाब की भारोत्तोलक हरजिंदर कौर ने पीठ की दर्द को मात देकर जीता स्वर्ण पदक

राष्ट्रीय खेल: पंजाब की भारोत्तोलक हरजिंदर कौर ने पीठ की दर्द को मात देकर जीता स्वर्ण पदक

पणजी, 28 अक्टूबर (हि.स.)। जिस परिस्थिति में ज्यादातर वेटलिफ्टर वजन उठाने से डरते हैं, उस समय पंजाब की धाकड़ वेटलिफ्टर हरजिंदर कौर ने पीठ की दर्द को मात देकर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया। नौकरी की चाहत लिए गोवा में अपना दमखम दिखाने आयी पंजाब की हरजिंदर कौर मानती हैं कि उन्हें जॉब पाने के लिए हर प्रतियोगिता में अपने प्रदर्शन को संतुलित रखना होगा। शुक्रवार को 27 साल की हरजिंदर ने सभी चुनौतियों से पार पाते हुए कुल 201 किलोग्राम का वजन उठाकर गोवा में जारी राष्ट्रीय खेलों का स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। आपको बता दें कि हरजिंदर ने इस दौरान स्नैच में कुल 88 किलोग्राम का वजन उठाया जबकि क्लीन एन्ड जर्क में उन्होंने 113 किलो का वजन उठाया । महाराष्ट्र की तृप्ति माने ने 190 किलोग्राम का वजन उठाकर रजत जीता जबकि मणिपुर की पी उमेश्वरी देवी ने 189 किलो वजन उठाकर कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। हरजिंदर ने मैच जीतने के बाद कहा कि, 'वह आशा करती हैं कि इस मेडल को जीतने के बाद उन्हें नौकरी मिलने में मदद मिलेगी।' पटियाला जिले के नब्बा में जन्मी हरजिंदर कौर 2016 में वेटलिफ्टिंग में आने से पहले कबड्डी और एथेलेटिक्स में हाथ आजमा चुकी हैं। हरजिंदर ने कहा कि साल 2022 में हुए बर्मिंघम राष्ट्रमण्डल खेलों में कांस्य पदक जीतने के बाद उन्हें जॉब का पूरा भरोसा था पर ऐसा नहीं हो सका। हरजिंदर ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप के 71 किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता था और अब राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण जीतकर उन्होंने अपनी ट्रॉफी कैबिनेट में एक और पदक का इजाफा कर लिया। हरजिंदर ने आगे कहा कि, "वह इन सब के लिए अपने परिवार का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं पर उन्हें यह नहीं पता चल रहा कि आखिर कब तक उन्हें परिवार वालों के मदद की जरुरत पड़ेगी।" हरजिंदर कहती हैं हैं कि, "2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने के बाद से ही जॉब के लिए प्रयास कर रही हूं लेकिन अब डेढ़ साल होने को हैं और अब तक इस पर कोई काम नहीं हो सका है। "उन्होंने सरकार का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उन्हें राष्ट्रीय शिविर में जगह मिली जहां उनके खानपान से लेकर हर चीज़ की पूरी देखरेख की गयी लेकिन नौकरी को लेकर अब तक कुछ नहीं हो पाया है। अपनी इंज्युरी के बारे में बात करते हुए हरजिंदर ने कहा कि, "मुझे अपने पीठ का ख्याल रखना पड़ेगा। इसके कारण काफी दिक्कत हुई है। आज भी कुछ समय के लिए मेरी पीठ में अकड़न हुई थी। जनवरी में होने वाले राष्ट्रीय चैंपियनशिप से पहले मुझे इसे सही करना है।"

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