
अररिया (हिंस) । फारबिसगंज में श्री ठाकुर अनुकूलचंद्रजी का 137वां जन्मोत्सव रविवार को धूमधाम के साथ मनाया गया। सुबह के वेला में आईटीआई कॉलेज के पास स्थित मंदिर सह सत्संग केंद्र से एक शोभायात्रा निकाली गई, जो पूरे शहर का परिक्रमा करते हुए पुनः सत्संग केंद्र में आकर समाप्त हुई। गाजे बाजे और वंदे पुरुषोत्तम के नारे के साथ निकले श्रद्धालु झूमते नाचते गाते नजर आए। शोभायात्रा जुलूस में जगह जगह अनुयायियों ने पुष्प वर्षा के साथ शोभायात्रा में शामिल भक्तों के बीच शरबत, पानी और चॉकलेट आदि का वितरण किया। शोभायात्रा जुलूस के बाद मंदिर सह सत्संग केंद्र में आयोजित धर्म सभा का आयोजन हुआ। जिसमें बिहार के विभिन्न जिलों के साथ पश्चिम बंगाल और नेपाल से आए श्रद्धालुओं ने अपनी भागीदारी दी। मौके पर कटिहार से आए बालमुकुंद चौधरी उर्फ मिस्टर दा ने अपने संबोधन में कहा कि अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाकर जो हमें बचने – बढ़ने का सही पथ दिखाए वही होतें हैं सद्गुरु । सद्गुरु युग, काल और समय के अनुसार नर तन देह धारण कर युग के अनुसार सरल विधान देते हैं और वे ही होते हैं पुरुषोत्तम और वर्तमान के पुरुषोत्तम हैं श्रीठाकुर अनुकूलचंद्रजी, जो हमें एक मनुष्य बनने का सही एवं सरल राह दिखाते हैं। सिलीगुड़ी के सुदीप धर ने उपस्थित माताओं, युवाओं एवं गुरु भाइयों को डीपी वर्क प्रोजेक्ट के माध्यम से प्रत्येक घर जाकर श्रीठाकुर जी का प्रेम का संदेश देने एवं लोगों को धर्म के प्रति जागरूक करने का आह्वान किया। इससे पूर्व उत्सव की शुरुआत सुबह उषा कीर्तन पश्चात् सामूहिक प्रार्थना से हुई। उसके बाद मंदिर प्रांगण से शोभा यात्रा नगर भ्रमण हेतु निकाली गई ।
