हमास की हिंसा और बर्बरता की हर ओर बिखरी है दास्तान, गांवों से सामने आ रहीं क्रूरता की निशानी

हमास की हिंसा और बर्बरता की हर ओर बिखरी है दास्तान, गांवों से सामने आ रहीं क्रूरता की निशानी

हमास की हिंसा और बर्बरता की हर ओर बिखरी है दास्तान, गांवों से सामने आ रहीं क्रूरता की निशानी

यह युद्ध या युद्ध भूमि नहीं... नरसंहार स्थल है। अपने जीवन में मैंने ऐसा कभी नहीं देखा । अपने बाप-दादाओं से ऐसे सामूहिक हत्याकांड के बारे में सुनते थे।' कफार अजा को अपने कब्जे में लेने के बाद इजराइली सेना के मेजर जनरल इताई वेरुव का कथन, फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास द्वारा की गई हिंसा, बर्बरता और क्रूरता बयान कर रहा है। ऐसी ही हिंसा गाजा सीमा के करीब बसे कई इजराइली गांवों में की गई है, जिनके साक्ष्य शवों के रूप में सामने आ रहे हैं। सिक्युरिटी कैमरों, मोबाइल फोन रिकॉर्डिंग, फोटोग्राफ आदि में दर्ज हुई क्रूरता नजर आ रही है। आतंकियों ने बस का इंतजार कर रहे लोगों से लेकर सड़कों, घरों, घर के लॉन तक में मौजूद लोगों की हत्याएं की। यहां गोलियों से छलनी सैकड़ों शव मिल रहे हैं। बच्चों के खून से सने पालने व कारें और सड़कों पर एक के बाद एक बीसियों शव मिल रहे हैं। सेना के अनुसार 1,000 से अधिक हत्याएं हुई हैं, इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं व बच्चे हैं। आतंकी 150 इस्राइलियों का अपहरण करके गाजा पट्टी भी ले गए हैं, जिनमें बड़ी संख्या में लड़कियां हैं। किबुत्ज बीयरी : बच्चों सहित 100 से ज्यादा हत्याएं... गाजा पट्टी से दूरी 4.4 किमी सिक्योरिटी कैमरों में शनिवार सुबह 6 दो आतंकी गांव में घुसते दिख रहे हैं। वे कार में जा रहे इस्राइलियों पर गोलियां चलाते हैं, कार पर कब्जा करते हैं। आठ और आतंकी गांव में सुबह 7 बजे घुसते हैं । वे दो घंटे बाद कार से तीन शव बाहर फेंकते दिखते हैं। कुछ अन्य वीडियो में गांव के कई लोगों को घरों से निकाल कर बंधक बनाकर सड़क पर ले जाते हुए दिखाया गया है, बाद में उनके शव सड़कों पर नजर आते हैं। इजराइली कार्यकर्ताओं में शामिल मोती बुकजिन ने बताया उनके दल को यहां 100 से अधिक शव मिले हैं, इनमें बहुत से बच्चे हैं। अब भी कई घरों में जाकर देखना बाकी है कि वहां आतंकियों ने क्या हिंसा की । नोवा फेस्टिवल : 100 से ज्यादा हत्याएं, दोस्तों की लाशों के बीच लड़कियों से दुष्कर्म... गाजा पट्टी से दूरी 5.4 किमी किबुत्ज रइम में आयोजित नोवा फेस्टिवल में सैकड़ों युवा जमा थे। सैकड़ों फलस्तीनी आतंकी हथियारों के साथ सीमा बंदी तोड़ कर खेतों से होते हुए यहां पहुंचे और गोलियां चलानी शुरू कर दीं। हमले में बचे 35 साल के आंद्रे पियरी ने बताया, मैं सैनिक रहा हूं... लेकिन उस वक्त जो हुआ, वैसा मैंने कभी नहीं देखा । इजराइली सेना के अनुसार 100 से अधिक हत्याएं करने के बाद यहां से आतंकी बड़ी संख्या में लड़कियों को बंधक बनाकर साथ ले गए।

Skip to content