लाठियां, सियासत और खामोशी

1974 के छात्र आंदोलन की उपज रहे मुख्य मंत्री नीतीश कुमार के निजाम में छात्रों को…

और सरल कर व्यवस्था जरूरी

यद्यपि सरकार सरल कर व्यवस्था के लिए एक के बाद एक लगातार कदम आगे बढ़ा रही…

साझी विरासत को सम्मान देती सोच से लें सीख

मनीष तिवारी के लेख और साथी पत्रकार प्रदीप मैगजीन की सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में…

उदारीकरण एवं आर्थिक सुधार के महासूर्य का अस्त होना !

डॉ. सिंह यह नाम भारतीय इतिहास का एक ऐसा स्वर्णिम पृष्ठ है, जिससे एक सशक्त राष्ट्रनायक,…

कट्टरपंथियों के वर्चस्व से बढ़ी वैश्विक चिंताएं

पिछले दिनों मिडल ईस्ट के सीरिया में जो तख्तापलट की घटना हुई उसके बाद अरब प्रिंग…

कृत्रिम बुद्धि की निगरानी में महाकुंभ मेला

समय साथ देष में लगने वाले दुनिया के सबसे बड़े मेले कुंभ में भी परिवर्तन देखने…

एआई व चिकित्सा क्षेत्र में क्रांति की जगी उम्मीद

पिछले दिनों गूगल ने अपनी एक क्रांतिकारी क्वांटम चिप ‘विलो’ को दुनिया के सामने पेश किया।…

उदारीकरण एवं अर्थिक सुधर के महासूर्य का अस्त होना!

भारत के धुरंधर अर्थशास्त्री, प्रशासक, कद्दावर नेता, दो बार प्रधानमंत्री रह चुके डॉ. मनमोहन सिंह का…

कर्मचारियों की कमी से जूझती शासन व्यवस्था

भारतीय शासन व्यवस्था को अक्सर ‘लोगों की मी’ लेकिन ‘प्रक्रियाओं की कमी’ के रूप में वर्णित…

मजबूत होते भारत-कुवैत द्विपक्षीय संबंध

हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ऐतिहासिक कुवैत यात्रा से दोनों देशों के…

धर्म के प्रति निरपेक्षता से बढ़ते अधर्म को आखिर रोकेगा कौन?

धर्म और अधर्म के बीच मौजूद सूक्ष्म विभाजन को स्पष्ट करते हुए लोक रचयिता गोस्वामी तुलसीदास…

उपभोक्ताओं को मिले त्वरित न्याय

देश में उपभोक्ताओं के विभिन्न हितों और उनके अधिकारों की सुरक्षा के लिए ‘राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस’…