
गुवाहाटी। गुवाहाटी शहर जिला कांग्रेस कमेटी ने सोमवार को बामुनी मैदम में असम राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड (एएसएसईबी) के सामने हाल ही में हुए प्रश्नपत्र लीक की घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता रिपुन बोरा के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने मामले की गहन जांच की मांग की। कार्यालय के सामने भारी भीड़ जमा हो गई, प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां पकड़ रखी थीं और नारे लगा रहे थे, जिसके कारण किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल की तैनाती करनी पड़ी। बोरा ने कहा कि आज हमें विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है क्योंकि हिमंत विश्व शर्मा के नेतृत्व वाली सरकार ने राज्य में शिक्षा प्रणाली को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। वे छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। सरकार एक सामान्य परीक्षा भी आयोजित नहीं कर सकी। परीक्षा आयोजित करने में सरकार की खामियों को उजागर करते हुए बोरा ने आरोप लगाया कि अनियमितताएं लंबे समय से चल रही हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब ऐसी घटना हुई है। हम इस सरकार के तहत लंबे समय से ऐसी अनियमितताएं देख रहे हैं। उल्लेखनीय है कि गणित के पेपर लीक होने के दो दिन बाद, एचएस प्रथम वर्ष की परीक्षा का अर्थशास्त्र का प्रश्नपत्र शनिवार को परीक्षा से एक घंटे पहले कथित रूप से लीक हो गया, जिसके कारण एएसएसईबी को शेष विषयों की परीक्षा रद्द करनी पड़ी । एएसएसईबी डिवीजन टू (पूर्व नाम असम उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद (एएचएसईसी)) ने परीक्षा शुरू होने से महज एक घंटे पहले शनिवार सुबह करीब 8 बजे कथित लीक की रिपोर्ट मिलने की पुष्टि की। एएसएसईबी ने एक आदेश में स्कूल निरीक्षकों की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि कुछ संस्थानों ने परीक्षा से एक दिन पहले गणित के प्रश्नपत्रों के सीलबंद पैकेट खोले थे। बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, 10 जिलों बरपेटा बोजाली, कछार, धेमाजी, हैलाकांदी, कामरूप मेट्रो, लखीमपुर, माजुली, नगांव और नलबाड़ी के पंद्रह निजी संस्थानों ने कथित तौर पर परीक्षा की निर्धारित तिथि और समय से पहले पैकेटों की सील तोड़ दी थी, जो मानक प्रक्रिया का उल्लंघन है।
