
इंफाल | मणिपुर में आत्मसमर्पण समयसीमा के दौरान एक हजार से ज्यादा अवैध हथियार जमा किए गए हैं | मणिपुर पुलिस ने यह जानकारी दी है। जो अवैध हथियार जमा किए गए हैं, उनमें सुरक्षा बलों से लूटे गए हथियारों के साथ ही अवैध रूप से खरीदे गए हथियार भी शामिल हैं। जिनमें हथगोले, मशीनगन, ग्रेनेड, मोर्टार, इंसास राइफल और एके-56 जैसी आधुनिक राइफल्स शामिल हैं। हथियार समर्पण करने की समय सीमा गुरुवार शाम मणिपुर में आत्मसमर्पण …. चार बजे समाप्त हो गई। इसके बाद सुरक्षाबलों ने छापेमारी अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस ने बताया कि अभी जमा किए गए हथियारों का आंकड़ा अस्थायी है और सभी जिलों में जमा हुए हथियारों की पूरी गिनती करने के बाद यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि राज्य के हिंसा प्रभावित पांच जिलों में कुल 1023 हथियार सरेंडर किए गए हैं। राज्य के अन्य पांच जिले नगा समुदाय बहुल हैं और वहां 3 मई 2023 के बाद से अब तक कोई हिंसा नहीं हुई है । मणिपुर हिंसा में कुकी बनाम मैतेई समुदायों के बीच छिड़ी लड़ाई में अब तक 250 लोगों के मारे जाने की खबर है और हजारों लोग अभी भी विस्थापित चल रहे हैं। मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने 20 फरवरी को राज्य के लोगों से अवैध हथियार जमा करने की अपील की थी। पहले इसके लिए एक हफ्ते का समय दिया था, लेकिन बाद में इस समयसीमा को 6 मार्च शाम चार बजे तक बढ़ा दिया गया था। प्रशासन ने लोगों को भरोसा दिलाया कि हथियार जमा करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी। जो हथियार जमा किए गए हैं, उनमें 9 एमएम की पिस्टल, सब मशीनगन, कोल्ट मशीन गन, सेल्फ लोडिंग राइफल्स, स्नाइपर राइफल, ग्रेनेड, इंसास और एके-56 जैसे आधुनिक हथियार शामिल हैं। बता दें कि जातीय हिंसा के चलते मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने फरवरी में सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद केंद्र सरकार ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था ।
