
नई दिल्ली/गुवाहाटी (हि.स.) । असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा से सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम ( एनएचआई डीसीएल) के प्रबंध निदेशक डॉ. कृष्ण कुमार मुलाकात की। इस दौरान दोनों ने असम में एनएचआईडीसीएल के तहत चल रही राजमार्ग परियोजनाओं पर चर्चा की। मुख्यमंत्री डॉ शर्मा ने प्रबंध निदेशक डॉ कृष्ण कुमार से निर्माणाधीन राजमार्ग और पुल परियोजनाओं में तेजी लाने का भी अनुरोध किया, जिसमें असम में धुबड़ी और मेघालय में फूलबाड़ी को जोड़ने वाला ब्रह्मपुत्र नद पर 19.28 किलोमीटर लंबा 4-लेन पुल, 25 हजार करोड़ रुपए की लागत वाली गुवाहाटी – सिलचर एक्सप्रेस वे, नुमलीगढ़ गोहपुर अंडर वॉटर टनल और बाइहाटा चारियाली से तेजपुर और गोहपुर से कुलजन तक राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क का विस्तार शामिल है। इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री और एनएचआईडीसीएल के प्रबंध निदेशक ने असम और पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में यात्रा समय को कम करने और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कई चल रही परियोजनाओं और नए राजमार्गों और पुलों के निर्माण पर चर्चा की। बाद में माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स पर मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने पोस्ट में लिखा कि आज राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. कृष्ण कुमार के साथ मेरी बैठक में, मैंने एजेंसी द्वारा असम में कार्यान्वित की जा रही प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा की। जिसमें 25 हजार करोड़ रुपए की गुवाहाटी सिलचर एक्सप्रेस वे, नुमालीगढ़ गोहपुर अंडर वॉटर टनल, बाइहाटा चारियाली से तेजपुर और गोहपुर से कुलजन तक राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क का विस्तार शामिल है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय उर्वरक विभाग के सचिव रजत कुमार मिश्रा से भी मुलाकात की और नामरूप में स्थापित किए जाने वाले नए उर्वरक संयंत्र से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने लिखा कि हम नामरूप में ब्रह्मपुत्र वैली फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीवीएफसीएल) में ब्राउनफील्ड अमोनिया कॉम्प्लेक्स के समयबद्ध पूरा होने को सुनिश्चित करने के लिए सही रास्ते पर हैं, जिसे हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी थी। आज दिल्ली में केंद्रीय उर्वरक सचिव रजत कुमार मिश्रा ने इस महत्वपूर्ण पहल की वर्तमान प्रगति पर चर्चा करने के लिए मुझसे मुलाकात की। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गत 19 मार्च को 10,601.40 करोड़ रुपए की अनुमानित परियोजना लागत पर एक नया ब्राउनफील्ड अमोनिया – यूरिया कॉम्प्लेक्स स्थापित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।
